1 माह से तालाब बनाने वाला नहीं मिला

ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न

बिना रूपयों के तालाब बनाने वाले की तलाश

खरगोन गत 6 मई को कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने सेगांव जनपद के भ्रमण के दौरान ग्राम तिरी की पहाड़ी में एक ऐसा तालाब देखा था। जो बनकर तैयार था लेकिन उस तालाब को किसने बनवाया। इसकी जानकारी किसी के पास नही थी।  पंचायत सचिव और आरईएस तथा अन्य कोई भी विभाग इस तालाब के बारे में नही बता पाएं। लिहाजा कलेक्टर श्री वर्मा ने जांच के निर्देश दिए। मगर जब शुक्रवार को समीक्षा की गई तो फिर वही स्थिति कोई भी तकनीकी अधिकारी यहां तक कि आरईएस के उपयंत्री श्री नरगांवे ने 2 माह पूर्व जॉइन होने की बात कहीं। ऐसी स्थिति निर्मित हुई तो जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा ने बैठक में जनपद सीईओ, सहायक यंत्री और उपयंत्री का जांच दल बनाकर पता लगाने के निर्देश दिए।

           बात 6 मई की है जब कलेक्टर श्री वर्मा आरईएस द्वारा बनाएं जा रहें, अमृत सरोवर के निर्माण कार्य देखकर लौट रहे थे। तो सड़क से पहाड़ी की ओर एक खुदाई हुई जगह प्रतीत हुई तो कलेक्टर श्री वर्मा स्वयं गाड़ी से उतरकर अवलोकन करने पहुँचे। इसके बाद जब जानकारी लेने का प्रयास किया तो सब मौन भी  और निरुत्तर नजर आएं।

तो कलेक्टर ने अमृत सरोवर बनाने का एस्टीमेट का तरीका पूछ लिया

कलेक्टर श्री वर्मा द्वारा लगातार निर्माण कार्याे की निगरानी की जाती है। अक्सर किसी दौरे पर वे कोई न कोई कमी भी और अच्छाई भी निकलते है। अब तक अमृत सरोवरों के निरीक्षण में उन्होंने एस्टीमेट प्रक्रिया के सम्बंध में जानकारी लेते रहे, लेकिन संतोषजनक जवाब नही मिला। तो शुक्रवार को ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में जहां सभी तकनीकी अधिकरी मौजूद थे। उनसे ही अमृत सरोवर निर्माण के लिए एस्टीमेट कंपोनेंट की जानकारी ली।