बैंक ऑफ़ इंडिया का शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में 62 प्रतिशत बढ़कर 1,870 करोड़ रुपये हुआ

  खरगोन    सार्वजनिक क्षेत्र के एक प्रमुख बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया ने वित्तीय वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के लिए अपने परिणाम घोषित किए हैं। जिसमें पिछले वर्ष की नौमाही में ₹2,672 करोड़ के विरुद्ध वित्तीय वर्ष 24 में समाप्त इसी अवधि में ₹4897 करोड़ का शुद्ध लाभ रिपोर्ट किया है। वर्ष-दर-वर्ष आधार पर यह शुद्ध लाभ में 83% की वृद्धि है। 

      इस तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 62% वर्ष बढ़ गया और वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में ₹1,151 करोड़ के विरुद्ध वित्तीय वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में यह ₹1,870 करोड़ रहा। 

      परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर, सकल एनपीए अनुपात दिसंबर’22 में 7.66% से 231 बीपीएस सुधरकर दिसंबर’23 में 5.35% हो गया। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) दिसंबर’22 में 90.27% के मुकाबले दिसंबर’23 में 89.95% रहा।

बैंक का वैश्विक कारोबार वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 9.60% बढ़ा। वैश्विक जमा राशियों में वर्ष-दर-वर्ष 8.28% की वृद्धि हुई। वैश्विक अग्रिम में वर्ष-दर-वर्ष 11.29% की वृद्धि हुई।

      घरेलू जमा राशियों में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 7.62% की वृद्धि हुई जो दिसंबर’22 में 5,56,707 करोड़ के मुकाबले दिसंबर’23 में 5,99,137 करोड़ रुपये हो गई। घरेलू कासा में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 5.92% की बढ़ोतरी हुई जो दिसंबर’22 में 2,46,718 करोड़ रुपये के मुकाबले दिसंबर’23 में 2,61,335 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कासा अनुपात भी क्रमिक रूप से 43.13% (सितंबर-23) के पिछले स्तर से सुधरकर 43.88% हो गया है।

        आर.ए.एम, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 13.61% बढ़कर 2,62,390 करोड़ रुपये हो गया, जो दिसंबर 23 में कुल अग्रिम का 55.24% है।

     बैंक ने अपने अधिकांश जमा और ऋण उत्पादों को डिजिटल रूप से उपलब्ध कराकर अपनी डिजिटल पहल की दिशा में महत्त्वपूर्ण प्रगति की है। उत्कृष्ट ग्राहक सेवा सुनिश्चित करते हुए बैंक, जमा और ऋण के अपने मुख्य व्यवसाय में निरंतर वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।

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Sanjay Upadhyay

Journalist