बड़वाह / औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़े उद्योगों को चिन्हित किया जाएगा और बंद पड़े उद्योगों की जमीनें स्व सहायता समूह की महिलाओं को आवंटित की जाएगी। ताकि महिलाओं को रोजगार मिल सके।
यह विचार विधायक सचिन बिरला ने बुधवार को जनपद पंचायत सभागृह में आयोजित सहकारिता एवं किसान सम्मेलन में व्यक्त किए। विधायक ने कहा कि बंद पड़े उद्योगों की जमीन का सदुपयोग होना चाहिए। इसलिए बंद पड़े उद्योगों और जमीन आवंटन की जांच की जाएगी। प्रदेश की डॉ. मोहन यादव की सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।विधायक ने कहा कि बड़वाह क्षेत्र में उद्योग विभाग की सैकड़ों एकड़ जमीन खाली पड़ी है और जिस प्रयोजन के लिए उद्योग विभाग ने जमीनें आवंटित की थी,उन भूमियों पर कुछ काम नहीं हो रहा है।अनेक उद्योगपतियों ने आवंटित जमीनों को किराए पर दे रखा है और अनेक उद्योग वर्षों से बंद पड़े हुए हैं। विधायक ने कहा कि ऐसी जमीनों को चिन्हित करने के लिए एसडीएम प्रताप अगास्या को निर्देश दिए गए हैं। इसकी बारीकी से जांच कर अनुपयोगी जमीनों को मुक्त किया जाएगा। इन्हीं जमीनों को स्व सहायता की महिलाओं को रोजगार के लिए दी जाएगी। ताकि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ें। विधायक ने कहा कि प्रशासन पता लगाए कि उद्योग विभाग ने जिस उद्योगपति को जमीन आबंटित की है,वहां उद्योग संचालित हो रहा है या नहीं। यदि उद्योग नहीं चल रहा है तो जमीन वापस ली जाएगी और यदि उद्योग चल रहा है तो देखा जाएगा कि उस उद्योग के लिए शासन के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। विधायक ने कहा कि ऐसे उद्योगों का भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा,जो अन्य प्रयोजन के काम में लगे हुए हैं।जिस उद्योग के प्रयोजन के लिए जमीन आवंटित कराई है,उसको छोड़कर कई लोगों ने जमीन पर किए निर्माण को किराए पर दे दिया है,या कोई दूसरा उद्योग शुरू कर दिया है। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता लादूराम शाहू,किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष महेश गुर्जर,जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि दिनेश साद, सहित बड़ी संख्या में किसान एवं महिलाएं मौजूद थीं।
सीएम का उद्बोधन सुना —
सम्मेलन के दौरान सीएम डॉ.मोहन यादव का लाइव प्रसारण भी उपस्थित जनों ने सुना। एसडीएम प्रताप आगास्या ने कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।इस दौरान सीएम द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से
स्व सहायता समूह को ऋण,किसान सम्मान निधि की राशि खाते में डाली गई।इस अवसर पर विधायक सचिन बिरला ने कहा कि स्व सहायता समूह के माध्यम से सर्व समाज की महिलाओं को रोजगार मिला है। र
आने वाले समय में राशन दुकानों की जवाबदारी भी महिलाओं को सौंपी जाएगी।उल्लेखनीय है कि बड़वाह विधानसभा में 1648 स्वसहायता समूह हैं,जिनमें 21 हजार परिवार जुड़े हुए है। बैंक से समूह को ऋण भी उपलब्ध करवाया गया है।किसान सम्मान निधि के तहत 37 हजार 700 किसानों के खातों में राशि डाली गई।