25 से अधिक गांवो की मिट्टी और जल मंदिर निर्माण के लिए किया अर्पित
खरगोन 30 जुलाई 23/संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास जी की समरसता यात्रा के दूसरे दिन मंडलेश्वर में जनसंवाद के बाद 25 गांवों से समरसता का संदेश देते हुए गुजरी। यहां के गाँवों में गुरुदेव के प्रति अगाध श्रद्धा देखने को मिली। गांवों में नागरिकों ने न सिर्फ मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी व जल अर्पित किया बल्कि मेहमान नवाजी भी जोरदार रही। गांवों में यात्रा पहुँचते ही चरण पादुकाओं के दर्शन कर चाय पानी और प्रसादी का प्रबंध किया गया था। कई गांवों में कलश यात्राएं निकाल कर गांव के बाहर ही स्वागत कर गुरु रविदास के दोहों को गाते गुनगुनाते यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। बड़वाह नगर में करीब 25 स्थानों पर यात्रा का अद्भुत रूप से स्वागत किया गया। जबकि सनावद नगर में महिलाओं ने रंगोली के माध्यम से समरसता का संदेश देती रंगोलियां बनाई गई। जिसमें गुरु रविदास के चित्र दिखाए गए। बड़वाह व भीकनगांव के करीब 25 गांवो से यात्रा निकली।
सोमवार को समरसता यात्रा भीकनगांव बमनाला से मोहमदपुर होकर प्रेम नगर से खरगोन में होगा प्रवेश
सोमवार को समरसता यात्रा भीकनगांव से रवाना होकर कोदला बेड़ी, सांईखेड़ी, सुर्वा, बमनाला, ललनी, टेमरना, बेहरामपुर, बिलाली, घूघरिया खेड़ी, सिबार, मोहम्मदपुर, गोगांवा शाहपुरा से प्रेम नगर होकर खरगोन नगर में दोपहर 1 बजे प्रवेश करेगी। यहाँ बिस्टान नाका स्थित कृषि उपज मंडी में जनसंवाद के बाद बिस्टान की ओर प्रस्थान करेगी।
बड़वाह शहर नावघाट खेड़ी में कलश यात्रा का पूजन करते
बडवाह—-मंदसौर में संत शिरोमणि श्री रविदास मंदिर निर्माण समरसता संदेश यात्रा का रविवार को बस स्टेशन स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।समरसता यात्रा , का लोगों ने उत्साह के साथ पुष्प वर्षा कर जगह-जगह स्वागत किया।इसके साथ कलश यात्रा एवं गायन का आयोजन भी किया गया।जनसंवाद कार्यक्रम के साथ-साथ जगह-जगह पर यात्राओं को रोककर जनमानस में समरसता यात्रा का संदेश प्रदान किया गया।
यात्रा का समापन 12 अगस्त को सागर में होगा
महंत विजय जी महाराज ने कहा कि संत श्री रविदास जी महाराज के जीवन मूल्यों को अपने जीवन में उतारें।सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए यह यात्रा प्रारंभ की गई है।पूरे प्रदेश में एक साथ पांच स्थानों से यह यात्रा शुरू की गई है।इस यात्रा का समापन 12 अगस्त को सागर में होगा।जहां पर 100 करोड़ की लागत से संत श्री रविदास जी महाराज का भव्य मंदिर का निर्माण होगा।
हम सभी को चाहे वो किसी जाति, धर्म, संप्रदाय का हो हम सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए
यात्रा के माध्यम से पूरे मध्यप्रदेश के गांव गांव मिट्टी और जल सागर में लाया जाएगा और इस मंदिर के निर्माण में उपयोग होगा।संत श्री महाराज के जीवन चरित्र का संदेश एकजुट समाज के निर्माण एवं समतामूलक समाज के निर्माण का संदेश देता है।हम सभी को चाहे वो किसी जाति, धर्म, संप्रदाय का हो हम सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए।आपसी भाईचारा एवं प्रेम की भावना रखनी चाहिए। हम सभी को सभी के त्योहार भी हर्ष उल्लास में मनाना चाहिए, जिससे समरसता का भाव पैदा होता है।कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत किठुद मे प्रतियोगिता मे अव्वल रहे बच्चो को प्रमाणपत्र पत्र भेट किए गये।इस अवसर पर संत रविदास सेवा समिति महिला बाल विकास बड़वाह एसडीएम बीएस कलेश, तहसीलदार मुन्ना अड़, सीईओ रोहित पंचोरी, बीआरसी सुरेश खेड़ेकर, देवेंद्र कर्मा, डॉ परेश विजयवर्गीय, विक्रम चौहान पन्नलाल ओछाने गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
समाचार लिखें जाने तक यात्रा भीकनगांव प्रवेश कर चुकी थी। यहां जनसंवाद और रात्रि विश्राम होगा।