ओमकारेश्वर पुण्य सलिला मां नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के पावन उद्देश्य को लेकर सुप्रसिद्ध संत एवं नर्मदा भक्त दादा गुरु ने सैकड़ों भक्तों के साथ सोमवार को ओंकारेश्वर से नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा के द्वितीय चरण का श्रीगणेश किया। दादा गुरु ने मां नर्मदा का पूजन अर्चन कर यात्रा आरंभ की। नर्मदा भक्तों के जयघोष के साथ शुरू हुई परिक्रमा यात्रा में भक्तगण भक्तिभाव के साथ भजन, कीर्तन करते हुए आगे बढ़ रहे थे। नर्मदा परिक्रमा यात्रा में दादा गुरु के साथ चल रहे नर्मदा भक्त वेदांश तिवारी ने बताया कि दादा गुरु की यह दूसरी नर्मदा परिक्रमा यात्रा है। दादा गुरु विगत तीन वर्षों से भी अधिक समय से निराहार रहकर केवल नर्मदा जल पर निर्भर हैं। दादा गुरु नर्मदा जल के अलावा और कोई आहार नहीं लेते हैं। दादा गुरु का कहना है कि नर्मदा साक्षात भवानी का स्वरूप है। नर्मदा हमारे जीवन का आधार है। नर्मदा और पावन तटों को प्रदूषण से बचाना हम सबका परम कर्त्तव्य है। दादा गुरु नर्मदा परिक्रमा यात्रा के माध्यम से देशवासियों को नदियों,पर्वतों,जंगलों और गाय को बचाने का संदेश दे रहे हैं। दादा गुरु ने यमुना परिक्रमा पद यात्रा भी की है।
दादा गुरु की नर्मदा परिक्रमा यात्रा खेड़ीघाट में नर्मदा तट स्थित ओम श्री मां आश्रम में रात्रि विश्राम करेगी और 28 अक्टूबर की प्रातः अगले पड़ाव की ओर रवाना होगी। इस दौरान पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय,विधायक नारायण पटेल,
वरिष्ठ समाजसेवी राजेंद्रसिंह सोलंकी, संजय नेमा,प्रीतम पटेल,नीरज माहेश्वरी,तेज सिंह,राम सोलंकी, मनीष माहेश्वरी सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित थे।