भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए कलेक्टर ने आश्रम की कन्याओं के साथ किया भोजन छात्रों और शिक्षकों को कलेक्टर ने दी सीख
सेगांव सीएम राइज स्कूल का जायजा लिया
खरगोन 16 अगस्त 23/ कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा बुधवार को सेगांव जनपद के भ्रमण पर रहे। उन्होंने सेगांव के शासकीय कन्या आश्रम अंग्रेजी माध्यम के भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए कन्याओं के साथ भोजन किया। कलेक्टर श्री वर्मा के पहुँचने के समय कन्याओं को भोजन परोसने की तैयारी चल रही थी। रोटी का आकार देखकर छोटी रोटी बनाने के निर्देश दिए। साथ ही अधीक्षिका इंदिरा पटेल से कहा कि बच्चों की थाली कन्याओं नहीं बल्कि रसोइयन ही साफ करें। इससे पूर्व उन्होंने सीएम राइज स्कूल में कक्षा 10 और कक्षा 12वी के छात्रों को पढ़ाते हुए कहा कि जो छात्र समय की कद्र नहीं करता है उसकी समय भी कद्र नहीं करता है। जो समय के साथ अपने कार्य करते हैं समय उसकी सफलता के द्वार खोलता है। गांव के बच्चों में मेहनत की असीमित क्षमता होती है। जरूरत है तो बस उसमें थोड़ा सा स्मार्ट वर्क मिलाने की। शहरी छात्रों के पास सुख सुविधा ज्यादा हो सकती है। लेकिन ग्रामीण छात्रों के समान मेहनत नहीं कर पाते हैं। कलेक्टर श्री वर्मा ने यहां कक्षा 10वी और 12वी के छात्रों को उनकी इच्छा से इंग्लिश पढ़ाते हुए कहा कि केवल 36 चीजे हैं आप लोगों के सिलेबस में जो इंग्लिश का सार है। इस दौरान तहसीलदार महेंद्र दांगी उपस्थित रहे।
शिक्षक को भी स्टडी की जरूरत
कलेक्टर श्री वर्मा ने छात्रों तथा शिक्षकांे को भी सीख दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को भी अपनी स्टडी करके आना चाहिए कि उन्हें क्या पढ़ाना है ? कलेक्टर श्री वर्मा ने छात्रों को इंग्लिश में एक्टिव वॉइस और पैसिव वॉइस को आसान बनाते हुए टेन्स से जोड़कर समझाया। उन्होंने छात्रों से कहा कि इंग्लिश में 3 टेन्स है जो भाई-भाई है। इन तीनों के चार-चार बेटे हैं फिर इन चारों के भी तीन-तीन बेटे हैं। इस तरह कुल 36 तरह के प्रश्न है। अगर कोई छात्र इन सब के एक-एक वाक्य बनाने की भी प्रेक्टिस कर ले तो उसे किसी प्रकार की असुविधा इंग्लिश में नही होगी।
बालिका छात्रावास का भी किया अवलोकन
कलेक्टर श्री वर्मा ने सेगांव जनपद के कई मतदान केंद्रों पर बीएलओ से अब तक किये गए कार्यों की भी जानकारी ली। इन दौरान उन्होंने बालिका छात्रावास का भी अवलोकन कर यहां की व्यवस्थाएं देखी। साथ ही तहसीलदार से कहा की खेल मैदान बालिका छात्रावास के नजदीक है। इसलिए ध्यान रखें कि शरारती और बड़े बालक छात्रावास तक पहुँचे नहीं। बालिकाओं को किसी तरह की समस्या न हो। उन्होंने उत्कृष्ठ विद्यालय की बालिकाओं के छात्रावास का भी निरीक्षण किया।