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मध्यप्रदेश के
बड़वाह शासकीय महाविद्यालय द्वारा मंगलवार को ग्राम मुराल्ला में लगाए गए NSS के सात दिवसीय कैंप में 50 छात्राओं को छोटे लोडिंग वाहन में भेड़ बकरियों की तरह खड़े कर ले जाने के मामले में बुधवार को भी काफी गर्मागर्मी देखी गई।
छात्र संगठनों द्वारा इसे लेकर जिम्मेदारों पर कार्रवाई को लेकर ज्ञापन दिया गया। इस दौरान कांग्रेस नेता एव गुर्जर समाज प्रदेश अध्यक्ष सोनू गुर्जर पहलवान ने भी कार्यवाही की मांग की।
इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए जनभागीदारी समिति ने ताबड़तोड़ बैठक भी बुलाई।
समिति अध्यक्ष जितेंद्र सुराणा ने का कहना था कि इसमें स्पष्ठ तौर पर जिम्मेदारों की गलती दिखाई दे रही हैं।
चुंकि छात्राओं की सुरक्षा को लेकर मामला हैं, इसके चलते इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लंबी देर तक चली बैठक के बाद समिति सदस्यों द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर गोविंद वास्केल एवं महिला इकाई की प्रोफेसर रजनी खेड़ेकर को मात्र योजना के पदों से हटाने की अनुशंसा की गई।
जिस पर प्राचार्य डाॅ. मंगला ठाकुर ने दोनों ही प्रोफेसरों को योजना की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया।
इस मामले को सामने लाने वाले छात्रनेता विशाल वर्मा ने इस कार्रवाई को मात्र ओपचारिकता वाली कार्रवाई बताया हैं।
उनका कहना था कि बहुत ही गंभीर व स्वेदनशील मामले में बहुत ही हल्कापन दिखाया है।
एक मामूली के अयोजन के प्रभार से पद मुक्त कर उनको सजा दी है।
जनभागीदारी अध्यक्ष को चाहिए था की वह उच्च शिक्षा विभाग या मुख्य मंत्री जी को अनुशंसा कर संस्था प्रमुख प्राचार्य व स्टाफ के प्रति कार्यवाही की मांग करते।
लेकिन उनका महिलाओं के प्रति दुर्भाग्य पूर्ण रवैया बेहद निराशा जनक है।
हम प्रशासन से मांग करते है की इस घटना को लेकर निष्पक्ष व उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाना चाहि