ध्वजाधारी ऊतंग शिखरों पर -पहराई गई केसरीया ध्वजा साथ ही नवीन आहार कक्ष एवं नवीन कमरों का हुआ लोकार्पण
सिद्धवरकूट/सनावद: साढ़े तीन करोड़ मुनियों की मोक्ष स्थली सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट में 2 दिवसीय भव्य धार्मिक मेले का सम्मापन सोमवार को हूवा। जिसमें ध्जारोहण के साथ आचार्य छत्तीसी मंडल विधान, शान्ति नाथ मंडल विधान के साथ विमानोत्सव, घट यात्रा निकाली गई एवम भगवान बाहुबली स्वामी का महामस्तकाभिषेक किया गया। सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट के सदस्य सन्मति जैन काका ने बताया कि 7 दशकों से अनवरत प्रतिवर्ष लगने वाले इस धार्मिक मेले के प्रारंभ में णमोकार मंडल विधान श्रीमति चिन्ता बाई सूरजमलजी के सुपुत्र अशोक जैन डॉ. राज जैन व AVS परिवार बड़वाह के द्वारा 24 मार्च से शुरू होवा । 25 मार्च को नित्य नियम पूजन, शान्तिनाथ मंडल का मंडल विधान किया गया एवम शाम को आरती भक्तों के द्वारा की गई । सन्मति जैन काका ने बताया की दोपहर 2 बजे संतो के आहार के लिये स्व श्री विमल चंद जी काला की स्मृति में ऊनके के परिवार द्वारा निर्मित नवीन आहार कक्ष का लोकार्पण विजय काला परिवार सहित सभी ट्रस्टीगण एवम ट्रस्ट मंडल के सभी सदस्यों के द्वारा फीता काट कर किया गया साथ ही नवीन कमरों के निर्माणदाताओ परिवारों के द्वारा नवीन कमरों का लोकार्पण किया गया तत्पशचात् श्री जी को विमान में विराजमान कर क्षेत्र भ्रमणकर घट यात्रा के साथ भगवान बाहुबली स्वामी का क्षेत्र परिसर में महामस्तकाभिषेक, शांतिधारा संपन्न होई। अंत में ट्रस्ट अध्यक्ष अमित कासलीवाल के द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। साथ ही स्वामी वात्सल्य भोजन की व्यवस्था उदारमनाओं द्वारा रखी गई थी। सन्मति जैन काका ने बताया की दो दिवसीय भव्य धार्मिक आयोजन में निमाड़ -मालवा सहित अन्य कई प्रांतों से श्रद्धालु जुटें व पुण्य अर्जन किया।