विदेशी मेहमानों ने पश्चिमी मंदिर समूह की स्थापत्य कला को निहारा

खजुराहो के कंदरिया महादेव और देवी जगदंबिका मंदिर की खूबसूरती को निहारकर हुये प्रफुल्लित

खजुराहो में जी-20 समिट में आये विदेशी मेहमानों, विशिष्ठ अतिथियों और उच्च स्तरीय प्रशासकीय अधिकारियों के दल ने विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह में स्थापत्य कला को निहारा तथा चंदेलकालीन कंदरिया महादेव और देवी जगदंबिका खजुराहो मंदिर की खूबसूरती को निहारकर प्रफुल्लित हुये।
डेलीगेट्स के पश्चिम मंदिर समूह प्रांगण में पहुंचने पर शालाओं के छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स और कलाकारों द्वारा भारतीय वैदिक संस्कृति, संस्कार तथा बुन्देलखंड के प्रसिद्ध रमतूला, वाद्य यंत्रों से और नृत्य दलों द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया।
दल में शामिल बच्चियों द्वारा मेहमानों के माथे पर कुमकुम तिलक लगाया गया। खजुराहो की धरा पर पधारे विदेशी मेहमानों को पश्चिमी मंदिर समूह प्रांगण में स्थित मंदिरों की जानकारी बलवीर गौतम एवं अन्य गाइड द्वारा दी गई।
भारतीय स्थापत्य हिन्दू मंदिरों की श्रृंखला में खजुराहो के कंदरिया महादेव और देवी जगदम्बिका मंदिर का विशेष स्थान है। यह मंदिर देश के सर्वोच्च मंदिरों में एक है। इस मंदिर पर उकेरी गई राजपूत शिल्प कला का अपना विशेष महत्व है और 11वीं शताब्दी में बने इस मंदिर का भारतीय इतिहास में अपना अलग महत्व है।