बड़वाह आस्था और विश्वास हो तो प्रभु श्री राम के भक्त वानरों ने समंदर पर पत्थर तेरा कर 7 योजन का पुल बना दिया था ऐसी ही विकट श्रद्धा और आस्था के वशीभूत होकर बड़वाह का एक युवक 800 किलोमीटर की पैदल पदयात्रा पर निकलेगा। पैरों में हवाई चप्पल हाथों में श्रद्धा का निशान ध्वज और जय श्री श्याम के जयकारे के साथ विनोभा मार्ग वार्ड 4 निवासी 25 वर्षीय गोपाला काले,
श्री श्याम वल्लभ सेवा समिति के सानिध्य में करही से 25 मई गुरुवार को निकाली जा रही भव्य पैदल रथ यात्रा में शामिल होकर बड़वाह से खाटू श्याम जयपुर तक पैदल यात्रा पर जाएगा। फूल माला बनाने का कार्य करने वाला गुरव समाज बड़वाह का युवा गोपाला काले बाबा श्याम का अनन्य भक्त है जो विगत तीन वर्षों से बाबा श्याम का दरबार सजाने के कार्य करता है। वह 25 मई गुरुवार को राजस्थान के खाटू धाम में पैदल यात्रा करते हुए 30 दिनों बाद रथ यात्रा के साथ खाटू पहुचेगा । अपने आराध्य बाबा श्याम जी को वहा पहुचकर निशान ध्वज चढ़ा वापस बड़वाह पहुचेगा। श्याम प्रेमी युवा गोपाला ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि पैदल निशान यात्रा करके श्याम बाबा को निशान चढाने से बाबा शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामना को पूर्ण करते हैं। खाटू धाम के बाबा श्याम को भगवान श्री कृष्ण का वरदान था कि जैसे जैसे कलयुग का प्रभाव बढ़ेगा वैसे-वैसे बाबा श्याम भी घर-घर पूजे जाएंगे और वह हारे के सहारे बनेंगे। पहले बाबा श्याम से जुड़ाव नहीं था लेकिन फिर जुड़े तो अच्छा लगने लगा। बाबा के मीठे मीठे भजन सुनना अच्छा लगता था। मन मे कई बार बाबा के दर्शन किए लेकिन उसकी इच्छा पैदल ध्वज लेकर जाने की थी। बाबा श्याम का विशाल मंदिर यहां बड़वाह में भी बने। इसलिये यह पदयात्रा पर जा रहा हु। सुरक्षित यात्रा हेतु गुरव समाज अध्यक्ष किशोर काले, माता पिता और परिवार जनों ने शुभकामनाएं दी।