नार्मदीय ब्राह्मण समाज की मांग पर नगर पालिका अध्यक्ष ने ट्रेंगल चौराहे का नाम किया मां नर्मदा चौराहा


सनावद। नगर में नार्मदीय ब्राह्मण समाज इकाई द्वारा परिवार मिलन, पंडितजन व विशिष्टजन सम्मान समारोह का आयोजन किया किया गया। श्रीश्री 1008 गजानंद महाराज बालीपुर धाम के आर्शीवाद से समाज की नगर इकाई द्वारा तहसील स्तरीय परिवार मिलन, सनावद इकाई व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत नार्मदीय मंदिर पुजारी, परसाई, कर्मकांडी, वैदिक पंडित, ज्योतिष, कथा वाचको सहित समाज की धर्मशाला के लिए भूमि अल्प राशि में देने वाले सोलंकी परिवार, शिव मंदिर की भूमि समाज को दान करने वाले चौहान परिवार, समाज के पूर्व अध्यक्षो सरंक्षको, महिला मंडल की पूर्व अध्यक्षों व विशिष्टजनों का सम्मान किया किया गया। इसमें गुरुदेव ओकारनंद ब्रह्मगिर गुरु गादी, साध्वी आत्मचेतना दीदी महामंडलेश्वर तपोनिधि पंचायती अखाडा श्री निरंजनी, साध्वी साक्षी दीदी वात्सल्य धाम कोठी, पं. भोमेश्वर दीक्षित, पं. गोरेलाल शर्मा सत्यधाम स्वाहा शक्तिपीठ, संस्थापक गोलोक धाम पं. रमेशचंद्र चौकडे, संस्थापक उच्छिष्ट गजानन शक्तिपीठ, अध्यक्ष अनिल शर्मा परशुराम बोर्ड सदस्य राजेंद्र परसाई की उपस्थित में शुरू हुआ। आयोजन में विधायक सचिन बिरला और नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता इंदर बिरला विशेष रूप से मौजूद रहे। बिरला ने अपने उद्बोधन में कहा की समाज के लिए ऐसे आयोजन होना परस्पर सहयोग की भावना निर्मित करता है। प्रदेश की मोहन यादव की सरकार प्रत्येक समाज को विकसित करने का कार्य कर रही है। इसलिए ग्रामों में भी अलग-अलग समाज को उनकी धर्मशालाओं के निर्माण के लिए सरकार हर संभव मदद करेगी।विधायक बिरला ने आगे कहा कि समाज के मांग पर 15 लाख रुपए की राशि विधायक निधि से स्वीकृत की जाती है। जिसे समाज समृद्ध बनेगा। बिरला ने कहां की मातृ शक्ति अपनी नजर से भाप लेती है की परिवार में किसकी क्या आवश्यकता है। इस लिए नारी शक्ति का हमेशा सम्मान होना चहिए। और समाज को मजबूत बनाने में भी महत्वपूर्ण जवनबदारी का निर्वहन करती है। नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता बिरला ने कहां की समाज की मांग पर मोरटक्का चौराहा या ट्रेंगल चौराहा के नाम मां नर्मदा जी के नाम से रखने की मांग रखी है। समाज की मांग पर ट्रेंगल चौराहे का नाम नर्मदा जी के नाम पर किया जाएगा। और वहां पर नर्मदा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। वहीं हमारी मंशा है कि वह कार्य नर्मदा जयंती के पूर्व हो। जिससे वहां आयोजन हो सके। इस दौरान बाहर से आए अतिथियों ने भी अपने विचार रखते हुए समाज को जागृत करने की बात कही। इस दौरान कृष्णराव पगारे, रमाकांत गीते, बलराम पगारे, पंडित सुशांत भार्गव, जगदीश तारे अनिल गीत, बैजनाथ सोहनी, राकेश गीते, लक्ष्मीनारायण शर्मा अमित अत्रे दीपक पगारे रुपेश गीते सीमा सोहनी पर्ची तारे चंद्रमणी शर्मा आदर्श दफ्तरी अर्पिता चौरे रानू सोहनी भावना बर्वे जया पगारे सहित बड़ी संख्या में नगर सहित आसपास के ग्रामों से आए हुए नार्मदीय ब्राह्मण समाज जन मौजूद थे। संचालन नवीन अत्रे ने किया।