खरगोन राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के निर्देशानुसार श्रवण बाधित एवं दृष्टि बाधित बच्चों के शैक्षणिक विकास हेतु जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) खरगोन में सांकेतिक भाषा एवं ब्रेल लिपि का 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण में खरगोन जिले के समस्त विकासखंडो से ऐसे 30-30 शिक्षकों का चयन किया गया जहाँ श्रवण बाधित एवं दृष्टि बाधित बच्चे दर्ज है। प्रशिक्षण में श्री शैलेन्द्र क़ानूडे जिला परियोजना समन्वयक खरगोन द्वारा शिक्षकों का मार्गदर्शन करते हुए दिव्यांगों के प्रति सहानुभूति रखने एवं अपने सभी शैक्षणिक कार्य समय सीमा में करने के निर्देश दिए गए।
डाइट प्रशिक्षण केंद्र में मास्टर ट्रेनर आलोक चन्द्रवंशी (मोबाईल स्त्रोत सलाहकार) बड़वाह, सन्तोष सिटोले (प्राथमिक शिक्षक) महेश्वर, सुशील गुप्ता (स्पेशल शिक्षक) ॐ माँ नर्मदा मूक बधिर बड़वाह द्वारा सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण दिया गया। तथा मास्टर ट्रेनर ज्योत्सना कदम (मोबाईल स्त्रोत सलाहकार) महेश्वर, गोपाल राठौड़ (मोबाईल स्त्रोत सलाहकार) गोगावां, चेनसिंग बर्डे (प्राथमिक शिक्षक) अम्बा, प्रमोदिनी जैन (स्पेशल शिक्षक) भीकनगांव द्वारा ब्रेल लिपि का प्रशिक्षण दिया गया।
5 दिवसीय प्रशिक्षण में शिक्षकों को 21 प्रकार की दिव्यांगता की पहचान, चिन्हांकन, दिव्यांगता होने के कारण, बचाव, दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 के प्रावधान, संसाधन कक्ष, बाधारहित वातावरण, विभिन्न उपकरणों आदि के बारे में भी बताया गया।
प्रशिक्षण में हरीश सोहनी सर (डाइट आईईडी प्रभारी) प्रदीप सोलंकी ( सहायक आईईडी प्रभारी) खरगोन, जितेंद्र गांगले (मोबाईल स्त्रोत सलाहकार) कसरावद द्वारा शिक्षकों को आईईडी के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
डॉ. विवेक पाटिल ऑडियोलॉजिस्ट खरगोन द्वारा श्रवण दोष प्रकार, पहचान, निवारण, बताते हुए विभिन्न प्रकार के श्रवण यन्त्र भी बताए।
प्रशिक्षण में आशुतोष सोहनी, जितेश कुमरावत, मुक्ता लोमटे, वर्षा सोनी, रविन्द्र प्रजापत, सुनीता वर्मा, अनिता गुप्ता, देवराम बघेल, विट्ठलेश वर्मा, ओमप्रकाश वर्मा, सुशीला रँसोरे, प्रीती राठौर, एवं इम्तियाज खान आदि शिक्षकों ने बताया कि सांकेतिक भाषा एवं ब्रेल लिपि का प्रशिक्षण अन्य प्रशिक्षणों से अलग है जिसमे दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने की विधि बताई गई जोकि इन बच्चों की शिक्षा में बहुत उपयोगी एवं कारगर है शिक्षकों द्वारा टी एल एम एवं चार्ट प्रदर्शनी भी बनाई गई।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर डाइट प्राचार्य श्रीमती विद्या खीरे मेडम द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये ।